Short Stories in Hindi with Moral Written - लालची मछुआरा

Short Stories in Hindi with Moral Written - लालची मछुआरा

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Short Story in Hindi writing for kids with moral - लालची मछुआरा

Short Stories in Hindi with Moral Written


एक बार की बात है एक गांव में एक मछुआरा रहता था। ( Short Stories in Hindi with moral written ) वह बड़ा ही लालची था। उसे दूसरी मछुआरों से हमेशा जलन होती थी। दूसरी मछुआरों को तरक्की करता देख उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। एक दिन की बात है। वह मछली पकड़ने नदी में गया था। ( Short Story in Hindi writing ) उस दिन वह अपने साथ अपने बेटे को भी ले गया। 

खुशकिस्मती से उस दिन मैं दोनों बाप बेटे नदी पर बाकी सारे मछुआरों से पहले पहुंच गए थे। ( Short Story in Hindi writing ) जब वह मछुआरा नदी पर पहुंचा तो नदी पर कोई नहीं था। बहमनी मन बहुत खुश हुआ। उसने सोचा कि आज सिर्फ मैं नदी की सारी मछलियां पकड़ लूंगा। यह सोचकर वह नदी में गया जाल नदी में फेंका। 

जैसे ही उसने जान नदी में फेंका और वापस खींचने लगा तो अचानक से जाल बहुत भारी हो गया। ( short story in hindi with moral ) मैं अपनी पूरी ताकत से जाल को खींचने लगा। परंतु जाल बहुत भारी हो गया था इसीलिए तो खींच नहीं पा रहा था। मछुआरे को लगा कि जाल में शायद कोई खजाना फसा है, तभी जाल इतना भारी हो गया। 

जैसे ही उसके दिमाग में खजाने वाली बात आई तभी उसके अंदर लालच भी आ गया। उसने अपने बेटे को आवाज दिया और कहा की घर जाकर अपनी मां से कहे कि आज उन्हें घर आने में थोड़ा वक्त लगेगा। ( Short Story in Hindi writing ) जब तक वह घर नहीं आ जाते, कुछ भी करके बाकी सारे मछुआरों को गांव में ही रोक रखे। अगर बाकी मछुआरे यहां आ गए और उन्होंने मेरे इस खजाने को देख लिया तो वह भी इसमें हिस्सा मांगने लगेंगे। इसीलिए अपनी मां से कहना कि वह किसी को भी यहां आने ना दें। 

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अपने पिता की बात मानकर मछुआरे का बेटा अपने घर गया। ( Short Stories in Hindi with moral written ) घर जाकर उसने अपनी मां से सारी बात कही। उसकी मां ने कुछ देर सोचा कि आखिर गांव के सभी मछुआरों को कैसे रोका जाए। तभी उसे एक युक्ति सूझी। 

मैं अपने घर से बाहर निकली और अपने पड़ोसियों को जोर-जोर से चिल्लाकर बाहर बुलाने लगी। ( Hindi Short Story with moral for kids ) उसने अपनी पड़ोसन पर झूठा इल्जाम लगाना शुरू कर दिया। वो अपनी पड़ोसन से कहने लगी," तुमने मेरी साड़ी क्यों चुराई? मैं यहां अपनी नई वाली साड़ी सूखने को दी थी। पर तुमने मेरी वह सारी चुरा ली। मैंने तुम्हें कुछ दिन पहले भी मेरे घर से मेरे जेवर चुराने की कोशिश करते हुए देखा था। आज भी तुमने ही मेरी सारी चुराई होगी। ( Short Story in Hindi writing ) मुझे मेरी सारी वापस करो।" 

उसकी पड़ोसन भी कुछ कम नहीं थी। ( Short Stories in Hindi with moral written ) वह अपने ऊपर लगे झूठे इल्जाम को नहीं सह सके। उसने भी जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। पड़ोसन ने कहा," मैंने तुम्हारी कोई सारी नहीं चुराई। तुम मेरे ऊपर झूठा इल्जाम क्यों लगा रही हो। और ना ही मैंने तुम्हारे गहने चुराने की कोशिश की। मेरे को झूठा इल्जाम लगाना बंद करो।" 




परंतु मछुआरे की पत्नी नहीं रुकी। वह जोर-जोर से चिल्लाकर अपनी पड़ोसी पर इल्जाम लगाने लगी। हल्ला गुल्ला सुनकर सारे गांव वाले वहां इकट्ठे हो गए। सारे मछुआरे भी यहां इकट्ठा हो गए थे। सभी नदी पर जाना ही भूल गए। ( Short Story in Hindi writing ) मछुआरे की पत्नी की बात सुनकर गांव के सरपंच को बुलाया गया। गांव के सरपंच आए और उन्होंने पड़ोसन की घर की तलाशी करवाई। परंतु पड़ोसियों के घर पर कुछ भी नहीं मिला। यह सिद्ध हो गया कि मछुआरे की पत्नी अपनी पड़ोसन पर झूठा इल्जाम लगा रही थी। 

सरपंच ने कहा तुम्हें झूठा इल्जाम लगाने की सजा मिलेगी। ( Short Stories in Hindi with moral written ) अब तुम अपनी नहीं सारी और क्या कहने लाकर इसे दो। यही तुम्हारी सजा है। मछुआरे की पत्नी को मजबूरन सरपंच की बात माननी पड़ी। सजा के तौर पर उसने अपनी नई साड़ी और कहने अपने पड़ोसियों को देने पड़े। 

और इधर मछुआरा नदी में जाल को पूरी ताकत के साथ खींच रहा था। परंतु वह असफल रहा। तो नदी में जाकर जाल में क्या फंसा है देखने का सोचा।

यह सोच कर मछुआरे ने नदी में छलांग लगाई। ( Short Stories in Hindi with moral written ) जब नदी में गया तो वहां देखकर वह बिल्कुल हक्का-बक्का रह गया। उसने देखा कि उसका जाल बड़ी से पत्थर में फंसा है। उसे बहुत पछतावा होने लगा। उसने अपने जाल को पत्थर से करवाने की कोशिश की। इस कोशिश में उसे पत्थर से चोट भी लग गए। फिर उसे जाल काटना पड़ा। बड़ी दुखी मन से अपने घर लौटा।

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जब वह घर लौटा तो उसने देखा कि उसकी पत्नी भी रो रही है। उसने अपनी पत्नी से उसके रोने का कारण पूछा। उसकी पत्नी ने उसे सारी बातें बताएं। 

मछुआरे को अपनी लालच पर बहुत पछतावा हुआ। ( Short Stories in Hindi with moral written ) उसकी लालच की वजह से उसकी पत्नी की सारी और गहने चले गए। और उसे भी चोट लगा गई। उसने अपनी इस गलती से सबक सिखा और कभी दोबारा लालच ना करने का निश्चय किया। 

सीख :-

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें कभी लालच में पर कर दूसरों का बुरा नही सोचना चाहिए। नहीं तो अक्सर दूसरों का बुरा सोचते सोचते खुद का ही बुरा हो जाता है। इसीलिए हमें न तो लालच करनी चाहिए और नहीं दूसरों का बुरा सोचना चाहिए।

Moral of this Short Stories in Hindi with moral written:-

From this story, we learn that we should never think of bad for others due to greed. We should not be greedy.

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